tag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post2726025942565048794..comments2023-09-12T03:20:50.545-07:00Comments on अपना घर: खून अपना रंग दिखाता हैआभाhttp://www.blogger.com/profile/04091354126938228487noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-76462008087494721722008-07-18T00:21:00.000-07:002008-07-18T00:21:00.000-07:00आभा जी, वैसे मै इस मामले मे उदण्ड हुँ, स्कुल टाईम ...आभा जी, वैसे मै इस मामले मे उदण्ड हुँ, स्कुल टाईम मे बेवजह किसी से मार-पीट नही की, पर मुझे अगर किसी ने परेशान किया हो तो... बेचारा बच्चा, याद आती है वो बाते तो हँसी आ जाती है, मेरे बाद २ बहने एक छोटा भाई है, बहनो कि फ़िक्र मुझे नही होती, क्योंकि अगर मै शेर थी तो वो सवा-शेर हैं। भाई अभी क्लास १ मे है और जाने क्यों उसमे हम बहनो के ये लक्षण नही आये.. इसलिये मै भाई के स्कुल ख्याल रखती हुँ, ऐसा नही कि हर बार मै शिकायत लेकर पहुँच जाती हुँ, पर हाँ मेरे भाई को कोई भी बच्चा बार-बार परेशान करें तो उसको सबक मिलता है, माना कि दोनो ही बच्चे हैं, पर इसका मतलब ये नही हुआ कि किसी की गलती को बार बार नजर-अन्दाज किया जाये, अगर मै नजर अन्दाज करूँ भी तो मेरा यह अनुभव है कि मेरे भाई जैसे बच्चो के मानसिक विकास पर असर पडता है। इसलिये आपको कोई ठोस कदम उठाना ही चाहिये, ऐसा नही की आप भानी के लिये हर बात मे स्कुल जाईये, पर हाँ उसे ऐसा भी महसुस ना हो कि स्कुल मे मेरी दादागीरी नही चलती, अगर आप प्रिशा के खिलाफ़ कोई कदम नही लेती हैं तो भानी धीरे-धीरे स्कुल से ही कतरा सकती है, उसका मानसिक विकास भी रूक सकता है, इसलिये मेरी राय मे आपको भानी के क्लास टीचर से बात कर लेनी चाहिये, और भानी को भी विश्वास मे लिजिये कि वो इस तरह के व्यवहार के खिलाफ़ खुद ही आवाज उठाये।<BR/>और हाँ बेटीयों को आजकल उदण्ड बनाने मे कोई बुराई नही है, समाजिक हालात ही ऐसे हैं कि सुरक्षा के नजरिये से, समाज मे खडे होने से हर नजरिये से, लडकी को दिल-दिमाग, शारिरिक रूप से मजबुत ही होना चाहिये, एक दम गुण्डा टाईप।गरिमाhttps://www.blogger.com/profile/12713507798975161901noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-80007895861936624062008-07-08T18:50:00.000-07:002008-07-08T18:50:00.000-07:00अगली पोस्ट का इंतजार है।अगली पोस्ट का इंतजार है।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-5296663241679607262008-07-04T01:19:00.000-07:002008-07-04T01:19:00.000-07:00Bhani bitiya ki kahani sun kar achchha laga.Bhani bitiya ki kahani sun kar achchha laga.Dr. Zakir Ali Rajnishhttps://www.blogger.com/profile/03629318327237916782noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-1710566908226283682008-07-02T11:07:00.000-07:002008-07-02T11:07:00.000-07:00maza aata hai bhani ki baaten sunkar....dekhiyega ...maza aata hai bhani ki baaten sunkar....dekhiyega wo prisha se khud hi nipat legi. chhote gunde ko bada gunda mil hi gaya...:)pallavi trivedihttps://www.blogger.com/profile/13303235514780334791noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-25537113675326916052008-06-20T14:00:00.000-07:002008-06-20T14:00:00.000-07:00खून का तो पता नहीं लेकिन आप जब भी बचपन की बातें लि...खून का तो पता नहीं लेकिन आप जब भी बचपन की बातें लिखती हैं.. बहुत अच्छी लगती हैं. मासूमियत लिए हुए... और बाकी इतने सुझाव तो आ ही गए हैं :-)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-2374514443816467252008-06-20T07:28:00.000-07:002008-06-20T07:28:00.000-07:00थोड़े दिनों बाद भानी प्रिशा को समझा लेगी. बिना किस...थोड़े दिनों बाद भानी प्रिशा को समझा लेगी. बिना किसी गुंडागर्दी के.<BR/> <BR/>और जानती हैं भानी क्या कहेगी प्रिशा से? कहेगी; " प्रिशा, मैंने कई बार टिपण्णी करके कई ब्लॉगर को ठीक कर दिया है. एक बार पोस्ट भी लिख डाली थी. संभल जाओ नहीं तो तुम्हारे बारे में एक टिपण्णी टीचर आंटी को और दूसरी टिपण्णी तुम्हारी मम्मी को दे दूँगी".....:-)Shiv Kumar Mishrahttps://www.blogger.com/profile/16210136982521324733noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-80467877529115251472008-06-20T04:05:00.000-07:002008-06-20T04:05:00.000-07:00आभा जी अब वो जमाना नही रहा कि भानी का खाना कोई और ...आभा जी अब वो जमाना नही रहा कि भानी का खाना कोई और खाए।भानी ख़ुद ही उससे निपटने का अपना निकाल लेगी। <BR/> और आपने शीर्षक बहुत सही दिया है। :)mamtahttps://www.blogger.com/profile/05350694731690138562noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-87771062608869028822008-06-20T03:12:00.000-07:002008-06-20T03:12:00.000-07:00अच्छा लगा और मजा भी आया भानी का बचपन के बारे में ज...अच्छा लगा और मजा भी आया भानी का बचपन के बारे में जानकर..<BR/>अब जबकी अभय जी ने कह ही दिया है कि भानी तुम आगे बढो हम तुम्हारे साथ हैं तो अब आगे हम क्या कहें जी.. ;)<BR/>वैसे आपकी बिटिया बहुत प्यारी है.. :)PDhttps://www.blogger.com/profile/17633631138207427889noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-55589549864101070442008-06-19T21:51:00.000-07:002008-06-19T21:51:00.000-07:00बोधिजी की बिटिया है, ऐसी ना होती, तो चिंता का विषय...बोधिजी की बिटिया है, ऐसी ना होती, तो चिंता का विषय होता जी। अब तो नार्मल है जी।ALOK PURANIKhttps://www.blogger.com/profile/09657629694844170136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-15482751528454860492008-06-19T18:59:00.000-07:002008-06-19T18:59:00.000-07:00अरे!.. ऐसा कैसे चलेगा? नहीं-नहीं.. ये नहीं चलेगा.....अरे!.. ऐसा कैसे चलेगा? नहीं-नहीं.. ये नहीं चलेगा..!भानी तुम संघर्ष करो.. हम तुम्हारे साथ हैं!अभय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/05954884020242766837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-77333904430021221372008-06-19T18:27:00.000-07:002008-06-19T18:27:00.000-07:00आभा जी, आपके बचपन की बातेँ सुनकर मजा आया :-)-प्रिय...आभा जी, <BR/>आपके बचपन की बातेँ सुनकर मजा आया :-)<BR/>-<BR/>प्रिय भानी का खाना चट करनेवाली प्रिशा को एकबारी आप अवश्य डाँट लगायेँ -- <BR/>ताकि आगे से वो भानी का टीफीन साफ ना करे ..<BR/>घर पर तो बच्चोँ को भरपूर हिम्मत और प्रोत्साहन के साथ सही वक्त पर अनुशाशन मिलते रहना चाहीये --<BR/>ऐसा मेरा ख्याल है आप सभी को स्नेह,<BR/>- लावन्यालावण्यम्` ~ अन्तर्मन्`https://www.blogger.com/profile/15843792169513153049noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-14482132054916642642008-06-19T16:31:00.000-07:002008-06-19T16:31:00.000-07:00अच्छा है, भानी सीख रही है और अपने अनुसार दूसरी लड़क...अच्छा है, भानी सीख रही है और अपने अनुसार दूसरी लड़की की गुण्डई का हल भी ईजाद करेगी। <BR/>आप बच्चे की चेतना पर विश्वस करने का यत्न करें।<BR/>सीखने की प्रक्रिया रोचक होती है और सर्वदा सीधी सपाट नहीं होती!Gyan Dutt Pandeyhttps://www.blogger.com/profile/05293412290435900116noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-46999326805061851722008-06-19T16:20:00.000-07:002008-06-19T16:20:00.000-07:00भानी बिटिया की बालसुलभ हड़कउअल को गुण्डागीरी का नाम...भानी बिटिया की बालसुलभ हड़कउअल को गुण्डागीरी का नाम तो मत दिजिये जी..:)<BR/><BR/>खुद रास्ता खोज लेगी प्रिशा के साथ. वरना एकाध बार बस प्रिशा को बता दिजिये प्यार से कि आपको यह बात पता चल गई है. बच्ची है वो भी. समझ जायेगी. <BR/><BR/>वरना उसके लिये भी अलग से भिजवाईये और हमारे लिए भी. :)Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com