tag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post7569017173800686088..comments2023-09-12T03:20:50.545-07:00Comments on अपना घर: जैसे, जरा नच के दिखा...ऐ गोरीआभाhttp://www.blogger.com/profile/04091354126938228487noreply@blogger.comBlogger22125tag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-28806112795623448122010-07-23T08:58:31.973-07:002010-07-23T08:58:31.973-07:00बहुत बहुत आशीष मानस को!!बहुत बहुत आशीष मानस को!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-61457706227946082362010-07-22T11:25:38.388-07:002010-07-22T11:25:38.388-07:00बहुत अच्छा लगा मानस के बारे में पढ़कर |दीर्घायु भव...बहुत अच्छा लगा मानस के बारे में पढ़कर |दीर्घायु भव|शोभना चौरेhttps://www.blogger.com/profile/03043712108344046108noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-48455015506396950822010-07-22T04:33:15.404-07:002010-07-22T04:33:15.404-07:00Pyare ghar pariwar ka manbhawan chitran kiya hai a...Pyare ghar pariwar ka manbhawan chitran kiya hai aapne... behad achha laga... Bache sabse achhe, man ka sachhe.sachhe...<br />Manas ko bahut bahut haardik shubhkamnayne.कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-10979005493488763062010-07-22T04:26:12.063-07:002010-07-22T04:26:12.063-07:00मानस और पलक का किस्सा पढ़कर बहुत आत्मसंतोष हुआ। ...मानस और पलक का किस्सा पढ़कर बहुत आत्मसंतोष हुआ। पलक ने बिलकुल सही बात कही। सच है कही तो होगी दोस्तों के बीच ही। कई बच्चों के लिए अभी भी सौ रूपए बहुत बड़ी रकम है। और कईयों के लिए वह केवल दो आइसक्रीम के दाम। मुझे नहीं पता मानस के लिए वह किस तरह की है। पर हमें बच्चों की इन बातों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। जैसे किसी ने कहा कि बच्चों की दोस्ती के बीच बड़े बाप की बात कहां से आ गई। आभा जी मुझे तो लगता है आपकी इस पोस्ट में वह एक पंक्ति ही सारा परिदृश्य सामने रख देती है। <br />दूसरी बात बहुत आदर के साथ। मुझे अभी तक नहीं पता था कि अपना घर में बोधिसत्व जी भी रहते हैं। पर मुझे आपकी यह पोस्ट पढ़ते हुए या इसके पहले की पोस्ट पढ़ते हुए भी कभी किसी और की झलक नहीं दिखाई दी। <br />यह बहुत महत्वपूर्ण बात है कि आप उनकी छाया से अपने को अलग रख पाईं हैं या रख पा रही हैं। मेरे लिए तो बहुत सम्मान की बात है। <br />मैं यहां भी यह कहना चाहता हूं कि हम मानस को मानस बनने दें, उसे उसी नजर से देखें। अन्यथा असमय ही हम उसका मूल्यांकन आभाजी और बोधिसत्व की छाया में करने लगेंगे जो एक विकसित होते बच्चे के लिए शायद अच्छा नहीं है।राजेश उत्साहीhttps://www.blogger.com/profile/15973091178517874144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-54706689978700855432010-07-22T02:25:33.261-07:002010-07-22T02:25:33.261-07:00भानी को तो आपकी पहले की पोस्ट के जरिए देखा है, लेक...भानी को तो आपकी पहले की पोस्ट के जरिए देखा है, लेकिन आपका मानस भी बहुत ही प्यारा है, गॉड ब्लैस हिम!नीलिमा सुखीजा अरोड़ाhttps://www.blogger.com/profile/14754898614595529685noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-67822914849628451992010-07-22T01:08:12.598-07:002010-07-22T01:08:12.598-07:00shubhkamnayein manas v bhaani dono ko. yun hi hasn...shubhkamnayein manas v bhaani dono ko. yun hi hasnte rahein muskurate rahein...Sanjeet Tripathihttps://www.blogger.com/profile/18362995980060168287noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-84195555930570323832010-07-21T23:13:09.270-07:002010-07-21T23:13:09.270-07:00बोधीसत्व जी की फेसबुक पोस्ट से इस ब्लॉग पर आया....बोधीसत्व जी की फेसबुक पोस्ट से इस ब्लॉग पर आया. <br />मानस और बोधी को प्यार (आशीर्वाद देने की अभी मेरी उम्र नहीं है) <br />बच्चे अपना संस्कार बचाए रखें, यही उम्मीद और प्रार्थना है..प्रदीप जिलवानेhttps://www.blogger.com/profile/08193021432011337278noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-10025159802132271982010-07-21T20:27:40.958-07:002010-07-21T20:27:40.958-07:00अरे वाह ऐसा बिंदास होना बहुत जरुरी है, और छबि तो ब...अरे वाह ऐसा बिंदास होना बहुत जरुरी है, और छबि तो बिल्कुल बोधिभैया की है, छोटे बोधिभैया :) बहुत सारी शुभकामनाएँ उज्जवल भविष्य के लियेविवेक रस्तोगीhttps://www.blogger.com/profile/01077993505906607655noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-2889632864295486452010-07-21T20:08:06.487-07:002010-07-21T20:08:06.487-07:00अशोक जी,पारूल जी,राज जी, अजीत जी, अनूप जी पंकज, अभ...अशोक जी,पारूल जी,राज जी, अजीत जी, अनूप जी पंकज, अभिषेक ,अभि , आप सब का आर्शीवाद ही मानस को काम आएगा ।अनूप जी वो सौ रूपय़े वाली बात आपसी सामजस्य में नाच के बाद ही खत्म हो गई , यह बच्चे भी अपने हिसाब से बतियाते हैं ,जैसे हम भी कभी..., अभिषेक आप सात समंदर पार आ जा रहे है तो सही ही है आप मानस को आर्शीवाद दें सकते हैं. जरूरत पड़ी तो सलाह भी दें, भविष्य में, मानस को... आप सब का बहुत बहुत आभार।आभाhttps://www.blogger.com/profile/04091354126938228487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-28079853968868246832010-07-21T19:43:02.099-07:002010-07-21T19:43:02.099-07:00मानस की तस्वीरें बहुत सुन्दर हैं :)
god bless him...मानस की तस्वीरें बहुत सुन्दर हैं :) <br />god bless him :)abhihttps://www.blogger.com/profile/12954157755191063152noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-10251975193162655262010-07-21T19:07:07.633-07:002010-07-21T19:07:07.633-07:00बड़ा अच्छा लगा मानस के बारे में पढ़कर। अभय का फ़ेवरिट...बड़ा अच्छा लगा मानस के बारे में पढ़कर। अभय का फ़ेवरिट बच्चा है तो और भी खास है। लेकिन बच्चा सौ रुपये का हिसाब-किताब कैसे करेगा। पलक आगे उसकी बात का भरोसा करेगी अगर उसका निपटारा न हुआ? दोस्तों के बीच में बड़े बाप कहां से घुस गये?<br /><br />बहुत प्यारी पोस्ट है।अनूप शुक्लhttps://www.blogger.com/profile/07001026538357885879noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-83786607744356128442010-07-21T16:34:29.874-07:002010-07-21T16:34:29.874-07:00मानस को ढेर सारा आशीर्वाद !
अब हम भी आशीर्वाद देन...मानस को ढेर सारा आशीर्वाद ! <br />अब हम भी आशीर्वाद देने लायक हो गए हैं :)Abhishek Ojhahttps://www.blogger.com/profile/12513762898738044716noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-20245089967713162532010-07-21T14:54:21.196-07:002010-07-21T14:54:21.196-07:00मानस को खूब आशीष।
इन तस्वीरों में तो बच्चे अब बड़े...मानस को खूब आशीष।<br />इन तस्वीरों में तो बच्चे अब बड़े नज़र आ रहे हैं। <br />संस्कार भी कही छूटते हैं?अजित वडनेरकरhttps://www.blogger.com/profile/11364804684091635102noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-72232478484218314222010-07-21T14:04:42.984-07:002010-07-21T14:04:42.984-07:00God bless him!!God bless him!!Pankaj Upadhyay (पंकज उपाध्याय)https://www.blogger.com/profile/01559824889850765136noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-43810271034890139972010-07-21T10:37:57.912-07:002010-07-21T10:37:57.912-07:00बहुत बहुत शुभकामनाएं मानस कोबहुत बहुत शुभकामनाएं मानस कोराज भाटिय़ाhttps://www.blogger.com/profile/10550068457332160511noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-67770293814762534442010-07-21T09:31:54.407-07:002010-07-21T09:31:54.407-07:00ख़ूब ख़ुशी हो रही है पढ़कर ...ख़ूब ख़ुशी हो रही है पढ़कर ...पारुल "पुखराज"https://www.blogger.com/profile/05288809810207602336noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-22819362135725851742010-07-21T08:26:18.230-07:002010-07-21T08:26:18.230-07:00इश्टाईल तो बोधि भाई वाली है…बाकी सीधा है तो आप पे ...इश्टाईल तो बोधि भाई वाली है…बाकी सीधा है तो आप पे गया होगा :-)<br /><br />वैसे एक उम्र होती है…जब शर्म अपनेआप आकर घेर लेती है…फिर धीरे-धीरे सब सामान्य हो जाता है…मानस के बारे में पढ़के लगा कि उसके भीतर अभी कस्बा बचा हुआ है थोड़ा सा…काश वह हमेशा बचा रहे…चाहे क़ीमत कुछ धोखे ही क्यूं न हों…ढेरो आशीष और भानी को प्यारAshok Kumar pandeyhttps://www.blogger.com/profile/12221654927695297650noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-42284013311668940112010-07-21T07:23:52.961-07:002010-07-21T07:23:52.961-07:00प्रवीण जी ,रश्मी जी , अभय जी आप सब का आभार , फरीद ...प्रवीण जी ,रश्मी जी , अभय जी आप सब का आभार , फरीद आप का ,खास आभार कि आप पहली बार अपना घर तक आए तो सहीं। आप के उत्साह वर्धन का भी आभार..।फरीद आप मान ले की मानस से मिल लिए..आज कहीं भी हो इसी को मिलना करते हैं..आभाhttps://www.blogger.com/profile/04091354126938228487noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-13703385872595470592010-07-21T06:23:05.878-07:002010-07-21T06:23:05.878-07:00मेरा फ़ेवरिट बच्चा है मानस!मेरा फ़ेवरिट बच्चा है मानस!अभय तिवारीhttps://www.blogger.com/profile/05954884020242766837noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-27617353582453272632010-07-21T05:00:46.706-07:002010-07-21T05:00:46.706-07:00काफ़ी बचपन में देखा था मानस को। अब तो ख़ासा बड़ा हो ग...काफ़ी बचपन में देखा था मानस को। अब तो ख़ासा बड़ा हो गया है। मानस को उसके उज्जवल भविष्य के लिए ढेरों शुभकामनाएँ। ........ और भाभी आपने बहुत अच्छा लिखा भी है।Farid Khanhttps://www.blogger.com/profile/04571533183189792862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-33121188469836145162010-07-21T01:14:48.261-07:002010-07-21T01:14:48.261-07:00मानस को बहुत बहुत शुभकामनाएं....अब तो यकीन हो गया ...मानस को बहुत बहुत शुभकामनाएं....अब तो यकीन हो गया बेटा सर्व-गुण संपन्न है, मुंबई में कोई उसे बुद्धू नहीं बना पायेगा...दरअसल संतुलन जरूरी है...और वो मानस में है. बहुत सुन्दर तस्वीरें हैं मानस की अलग अलग रूप में. आशीर्वादrashmi ravijahttps://www.blogger.com/profile/04858127136023935113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-8754430090329533537.post-54297125418379600032010-07-21T00:28:07.982-07:002010-07-21T00:28:07.982-07:00प्रतिभावान मानस को ढेर शुभकामनायें उज्जवल भविष्य क...प्रतिभावान मानस को ढेर शुभकामनायें उज्जवल भविष्य के लिये।प्रवीण पाण्डेयhttps://www.blogger.com/profile/10471375466909386690noreply@blogger.com