शनिवार, 2 अक्तूबर 2010

बापू के देश में

सारे जग से न्यारे बापू ,ने एक घर बनाया जिसका नाम रखा गणतंत्र ,इस घर में बापू के चार बच्चे रहते हैं -हिन्दू, मुस्लिम, सिख,ईसाइ। 30 सितम्बर को दो भाइयों के झगड़े खत्म हुए ,ऐसा ही ,माना है जनता ने। मुस्लिम पर्सनल ला बोर्ड आगे सुप्रीप कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाएगी , फिर भी. बापू के देश में सबसे पहले न्यायमूर्ति खान को सलाम ... ...। आगे -लगते तो थे दुबले बापू, थे ताकत के पूतले बापू। कभी न हिम्मत हारे बापू, अच्छी राह दिखाते बा। सब को गले लगाते बापू, सत्य अहिसा और धर्म का हमको पाठ पढ़ाते बापू। बापू के देश में -गणतंत्र के वेश में,चारों भाईयों को गाँधी जंयती की शुभकामनाएँ...।

1 टिप्पणी:

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

राष्ट्रपिता को नमन।